IndianCricket Umpire:अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारतीय भारतीय अंपायर और उनका प्रदर्शन कैसा
क्रिकेट एक ऐसा खेल है जो 11 खिलाड़ी तो खेलते हैं मैदान में लेकिन उसमें अंपायर का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है अंपायरों का कार्य, खेल के नियम का पालन करना और यह सुनिश्चित करना की खेल निर्धारित नियमों के अनुसार मैदान में खेला जाए। भारत में क्रिकेट की एक से बढ़कर एक खिलाड़ी पैदा हुए जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन किया। इसी प्रकार भारत के कुछ अंतरराष्ट्रीय अंपायर भी हुए जिन्होंने भारत सहित अन्य देशों में जाकर भी क्रिकेट के लिए अंपायरिंग किया हम लोग हम लोग इस आर्टिकल में भारतीय भारतीय अंपायरों के बारे में जानेंगे।
Indian Cricket Umpire,भारतीय क्रिकेट अंपायर:
भारत की क्रिकेट अंपायर ने कई महत्वपूर्ण क्रिकेट मैच में कि इसमें विश्व कप के मैच भी शामिल है भारतीय हम पैरों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के श्रेष्ठ अंपायर में भी अपना स्थान बनाया।
भारतीय अंपायरों के कुछ उल्लेखनीय योगदान:
साल 1983 विश्व कप के फाइनल में भारत के रविशंकर ने अंपायरिंग की थी यह मैच भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया था। भारत की क्रिकेट टीम ने यह हमें जीत कर अपने पहले विश्व कप को जीता रविशंकर को इस मैच में उनके उत्कृष्ट निर्णय के लिए बहुत ही सराहना मिली थी।
1999 विश्व कप के फाइनल में सुशील चंद्र शर्मा ने अंपायरिंग किया था यह मैच ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच खेला गया था। ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच जीत का अपना दूसरा विश्व कप जीता थी।
विश्व कप 2003 की फाइनल में शरद अरोड़ा ने अंपायरिंग की थी यह मैच ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच खेला गया था ऑस्ट्रेलिया ने मैच जीत कर अपना तीसरा विश्व कप जीता शरद अरोड़ा को इस मैच में उत्कृष्ट निर्णय के लिए प्रशंसा मिली थी।
2011 विश्व कप के फाइनल में सुनील नांबूरी ने अंपायरिंग की थी यह मैच भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया था इस मैच में भारतीय टीम ने श्रीलंका को हराकर विश्व कप अपने नाम किया। इस मैच में भी सुनील नांबूरी को अपने अंपायरिंग के लिए बहुत ही सहना मिली।
भारतीय अंपायर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई अन्य महत्वपूर्ण क्रिकेट मैच में भी अंपायरिंग किया है इसमें इंग्लैंड में खेले जाने वाले एशेज सीरीज के मैचों, ट्रेंट ब्रिज टेस्ट, बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी, टेस्ट, वनडे और T20 मैच शामिल है। भारतीय अंपायरों की निष्पक्षता और योग्यता को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर संसार में हमेशा सराहा जाता रहा है।
भारतीय अंपायरों के लिए चुनौतियां ।
भारतीय अंपायरों के लिए कुछ चुनौतियां भी हैं जिसे हम इस प्रकार समझ सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अंपायरिंग एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है। अंपायरों को क्रिकेट की खेल के नियमों का गहन ज्ञान होना आवश्यक हैं। और खेल की गतिविधियों को तेजी से समझने में सक्षम होना आवश्यक होता है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अंपायरिंग करने के लिए अंपायर को शारीरिक और मानसिक रूप से भी मजबूत होना आवश्यक होता है।
अंपायरिंग के लिए एक उच्च कोटि का आत्मविश्वास होना आवश्यक होता है अपने निर्णय के प्रति वफादारी दिखाना और दर्शकों के दबाव में नहीं आना होता है।
क्या भारतीय अंपायरों के लिए भविष्य के अवसर हैं:
भारतीय क्रिकेट अंपायर के लिए भविष्य में कई अवसर आने वाले हैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद द्वारा द्वारा कई श्रृंखलाएं आयोजित होने वाली है इस अवसर पर भारतीय यम पैरों को कई महत्वपूर्ण मैचों में अंपायरिंग करते आप देख सकते हैं।
इस प्रकार दोस्तों हम लोग भारतीय अंपायरों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में किस प्रकार अंपायरिंग किया और आने वाले समय में आपको क्रिकेट के मैदान पर अंपायरिंग करते हुए नजर आएंगे विश्व कप से लेकर वनडे T20 मैच में भी भारतीय अंपायर ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया हम भारतीय होने के नाते आशा करते हैं कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद भारतीय अंपायरों को और अधिक मौके देगी आपको हमारा यह आर्टिकल कैसा लगा हमें अपने सुझाव कमेंट बॉक्स में ज़रूर प्रदान करें।
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