Ramanand Sagar Ramayan: रामानंद सागर का रामायण, घर-घर में राम पधारे
महान डायरेक्टर रामानंद सागर द्वारा निर्देशित रामायण न केवल भारत अपितु समस्त विश्व को राम कथा से परिचित कराने में अपना विशेष योगदान दिया, गोस्वामी तुलसीदास और वाल्मीकि के बाद रामानंद सागर का योगदान भी भगवान राम के कथा को जन जन तक पहुंचाने के लिए एक सशक्त माध्यम बना। 1987 में प्रसारित होने वाला यह धारावाहिक भारत के संस्कृति का एक अमूल्य धरोहर है जो आज भी प्रासंगिक है जैसे पहले था।
Introduction:
रामायण हिंदू धर्म का एक महान महाकाव्य जो भगवान राम के जीवन पर आधारित है और उनकी पत्नी सीता की अपहरण के बाद लंका के राजा रावण से युद्ध का वर्णन करता है। रामानंद सागर नें इस महाकाव्य को एक अद्भुत धारावाहिक में परिवर्तित कर दिया जिसने करोड़ों दर्शकों का दिल जीत लिया।
रामायण के पात्र और अभिनय:
रामानंद सागर की रामायण में राम का किरदार अभिनेता अरुण गोविल निभाया था, और माता सीता का किरदार दीपिका चिखलिया ने निभाया था। लक्ष्मण का किरदार सुनील लहरी ने निभाया था। वीर हनुमान का किरदार भारत के महान पहलवानों में गिने जाने वाले दारा सिंह ने निभाया था।
रामानंद सागर में चरित्र के हिसाब से ऐसे अभिनेताओं को चुना था जिन्होंने अपने चरित्र में जीवंतता प्रदान की और रामायण जैसे टीवी सीरियल को इतिहास में दर्ज करवा दिया।
आज भी लोग अरुण गोविल को राम और सुनील लहरी को लक्ष्मण के रूप में ही देखते हैं माता सीता के रूप में दीपिका चिखलिया को पूछते हैं ऐसी है रामानंद सागर की रामायण की लोकप्रियता ।
Story and Dialogue: कहानी और संवाद
Ramanand Sagar Ramayan, ने रामायण राम कथा को एक सरल और रोचक तरीके से भारतीय दर्शकों और विश्व के सामने प्रस्तुत किया। इस धारावाहिक में न केवल धार्मिक भावनाओं को जागृत किया अपितु सदाचार, नीति, कर्म, भक्ति, प्रेम, त्याग, बलिदान, जैसे मूल्यों को भी विकसित करने में अपना योगदान दिया।
लोकप्रियता:
रामानंद सागर का रामायण भारतीय टेलिविज़न इतिहास में सबसे लोकप्रिय कार्यक्रम गिना जाता है रामायण का प्रसारण 78 भागों में किया गया था इसी दर्शकों ने अत्यंत प्रेम और भक्ति भाव से स्वीकार देश के सड़क सुनी हो जाते थे शहर शांत हुआ करते थे आलम ऐसा था जैसे प्रभु स्वयं पृथ्वी पर उतर आए हो लोग टेलीविजन के सामने भगवान राम का आरती उतार करते थे।
रामानंद सागर का रामायण राम कथा का एक अमूल्य निधि है यह एक टेलीविजन सीरियल नहीं बल्कि भारतीय संस्कृत में हिंदू धर्म का बीजारोपण करने वाला एक वृक्ष है आने वाली पीढ़ियां इससे राम कथा का श्रवण करती रहेगा
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