U.P Peppers Leak: अब जाब क्या पाएंगे
पेपर लीक होते ही नौकरी के सपने टूट गए
मां के आंखों में देखें सुनहरे सपने टूट गए।
पिता की मजबूरी में आए मन मे कच्चे पक्के अरमानों का,
पेपर लिक के होते ही नौकरी के सपने टूट गए।
एक आशा थी कर मेहनत हम नौकरी के अवसर पाएंगे।
पर हम गरीब हैं बिन पैसे की कहां घूस दे पाएंगे।
परिक्षा यें देकर अब किसको मिलती जाब यहां,
हम गरीब थे मेहनत मजदूरी से की पढ़ाई जोरो से,
आशा था इक रोज बदल देंगे मेहनत से जीवन को।
जीवन के संघर्ष पथ पर हम शीर्ष को छू लेंगे।
पर यथार्थ कुछ और अलग है,
पेपर लीक खेल अब है।
विनोद कुमार
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
Thank you 🌹