ED Kya Hai: जिससे नेताओं को लगने लगा डर, क्या आप जानते हैं ED के बारे में?
प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के अधीन एक विशेष वित्तीय जांच एजेंसी है। यह आर्थिक अपराधों और विदेशी मुद्रा कानून के उल्लंघन की जांच के लिए जिम्मेदार है। ईडी का मुख्यालय नई दिल्ली में है और इसके पांच क्षेत्रीय कार्यालय मुंबई, चेन्नई, चंडीगढ़, कोलकाता और दिल्ली में हैं।
ईडी की स्थापना 1 मई 1956 को हुई थी। शुरुआत में यह विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम (फेरा) के तहत विनिमय नियंत्रण विधियों के उल्लंघन को रोकने के लिए स्थापित किया गया था। 1974 में, विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) लागू होने के बाद, ईडी को फेमा के तहत भी जांच करने का अधिकार दिया गया।
ED के प्रमुख कार्य
👉आर्थिक अपराधों की जांच करना, जैसे कि बैंक धोखाधड़ी, शेयर बाजार में हेरफेर, और भ्रष्टाचार
👉विदेशी मुद्रा कानून के उल्लंघन की जांच करना
👉आपराधिक आय से प्राप्त संपत्ति को जब्त करना
👉आर्थिक अपराधियों के खिलाफ मुकदमा चलाना
ED के प्रमुख अधिकारी
👉छापेमारी करना और दस्तावेज जब्त करना
👉गवाहों से पूछताछ करना
👉बैंक खाते सील करना
👉संपत्ति को जब्त करना
👉गिरफ्तारी करना
ED के द्वारा किए गए प्रमुख जांच
👉2G स्पेक्ट्रम घोटाला
👉कोयला घोटाला
👉राफेल सौदा
👉पंजाब नेशनल बैंक घोटाला
👉शिबू सोरेन को गिरफ्तार करना और पूछताछ करना
👉अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करना और पूछताछ करना
ED की आलोचना
ईडी पर राजनीतिक दुरुपयोग का आरोप लगाया जाता है।
ईडी की जांच प्रक्रिया को स्पष्ट और अपारदर्शी बताया जाता है।
ईडी के अधिकारियों पर मानवाधिकारों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया जाता है।
ED का महत्व:
ईडी आर्थिक अपराधों को रोकने और आर्थिक सुरक्षा को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
ईडी मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
ईडी भ्रष्टाचार को रोकने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
Enforcement Department (ED) हिंदी में इस प्रवर्तन निदेशालय कहा जाता है। यह संस्था केंद्र सरकार के नियंत्रण में कार्य करती है। और मनी लांड्रिंग आर्थिक सुधार पैसे से लेनदेन संबंधित गड़बड़ियों की जांच करती है।
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