बेरोजगार है इसीलिए मजबूर हो गए, सब पास पास होकर भी हमसे दूर हो गया।
आंधी ना बवंडर हम मजबूर हो गये,
एक रोजगार के खातिर सबसे दूर हो नए।
मिलता न कोई कि हम मांग लेंगे ,
नजरे चुरा लेते की कर्ज मांग लेंगे,
बड़ी डिग्रियों की गट्ठर को दबाए,
लगता कोई गुनाह करके आए।
पिता के भी तानें ओर माँ के भी तानें,
जमाने में लगता कोई अपना नहीं हैं।
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