Chunav: चुनाव के रंग
हिंदू -मुस्लिम करते-करते चुनाव का रंग चढ़ गया है।
लोकतंत्र में सत्ता पाने का शुरूर कैसा चढ़ गया है।
मेरा नेता सबसे अच्छा, तेरा नेता पागल है,
मेरा वाला जीत रहा है, तेरा नेता हार रहा है।
लोकतंत्र में जनता भी, बेबस लाचार हो बैठी हैं।
भाषण सुन -सुन कर नेता की थक हार कर बैठी है।
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