टाटा समूह और भारतीय क्रिकेट: कैसे टाटा ने बदला खिलाड़ियों का भविष्य
क्रिकेट, जो आज भारत में सिर्फ एक खेल नहीं बल्कि एक जुनून है, इसके सितारे अब शानदार लाइफस्टाइल और आर्थिक सुरक्षा के साथ जीते हैं। आईपीएल और अन्य क्रिकेट टूर्नामेंट्स के जरिए खिलाड़ी आज करोड़ों कमा रहे हैं। लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब भारतीय क्रिकेट में इतना पैसा नहीं था। उस दौर में खिलाड़ियों को नौकरियां करनी पड़ती थीं, और टाटा समूह जैसे औद्योगिक घरानों ने उन्हें एक बड़ा सहारा दिया।
टाटा समूह का भारतीय क्रिकेट में योगदान
टाटा समूह, जो भारत का सबसे बड़ा और प्रतिष्ठित कॉर्पोरेट घराना है, ने भारतीय क्रिकेटरों के करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। टाटा की कंपनियों ने न सिर्फ खिलाड़ियों को वित्तीय सहायता प्रदान की, बल्कि उन्हें रोजगार देकर उनकी आर्थिक सुरक्षा भी सुनिश्चित की। इस सहयोग ने क्रिकेटरों को अपने खेल पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करने का मौका दिया।
प्रसिद्ध क्रिकेटर और टाटा समूह
टाटा समूह से जुड़े कई प्रमुख भारतीय क्रिकेटरों ने अपनी सफलता की कहानी लिखी। कुछ प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
फारुख इंजीनियर को टाटा मोटर्स का समर्थन मिला।मोहिंदर अमरनाथ, संजय मांजरेकर, रॉबिन उथप्पा, और वीवीएस लक्ष्मण को इंडियन एयरलाइंस ने नौकरी प्रदान की।
जवागल श्रीनाथ, युवराज सिंह, हरभजन सिंह, और मोहम्मद कैफ को टाटा समूह से जुड़ी कंपनियों से सहायता मिली।
शार्दुल ठाकुर (टाटा पावर) और जयंत यादव (एयर इंडिया) आज भी टाटा कंपनियों से जुड़े हुए हैं।
रतन टाटा और क्रिकेट में योगदान
रतन टाटा, जो लंबे समय तक टाटा समूह के अध्यक्ष रहे, ने खेलों को बढ़ावा देने में बड़ी भूमिका निभाई। उनकी नेतृत्व में, टाटा समूह ने क्रिकेट खिलाड़ियों को आर्थिक मदद और नौकरियों के जरिए मजबूत किया। उनकी कंपनी ने सिर्फ खिलाड़ियों को सपोर्ट नहीं किया, बल्कि उन्हें एक सुरक्षित भविष्य भी प्रदान किया। रतन टाटा के नेतृत्व में, टाटा समूह ने IPL जैसे बड़े टूर्नामेंट्स को स्पॉन्सर किया, जो आज भारतीय क्रिकेट का सबसे बड़ा आयोजन बन चुका है।
टाटा समूह की खेलों में भूमिका
टाटा समूह सिर्फ क्रिकेट में ही नहीं, बल्कि कई अन्य खेलों में भी योगदान देता रहा है। कंपनी ने कई खिलाड़ियों को वित्तीय सहायता, नौकरियां और करियर में आगे बढ़ने के अवसर प्रदान किए हैं। सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर जैसे महान क्रिकेटर भी समय-समय पर टाटा से जुड़े रहे हैं।
निष्कर्ष
टाटा समूह और भारतीय क्रिकेट का संबंध एक अद्वितीय और प्रेरणादायक कहानी है। टाटा समूह ने क्रिकेटरों को न सिर्फ आर्थिक सुरक्षा दी, बल्कि उन्हें खेल में अपने सपनों को पूरा करने का मौका भी दिया। आज, भारतीय क्रिकेट जिस मुकाम पर है, उसमें टाटा समूह की भूमिका को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। रतन टाटा की विरासत भारतीय खेलों में हमेशा जीवित रहेगी।
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