how to become a pgt teacher:कैसे बनें योग्यता परीक्षा,भर्ती प्रक्रिया और सैलरी
अगर आप PGT Teacher बनने का सपना देख रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगा। PGT (Post Graduate Teacher) बनने के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन और Bed अनिवार्य होता है। PGT शिक्षक 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को पढ़ाते हैं और उन्हें अच्छे वेतन और सरकारी सुविधाएँ मिलती हैं।
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि PGT Teacher कैसे बनें?, इसके लिए योग्यता, परीक्षा पैटर्न, भर्ती प्रक्रिया, सैलरी और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ
PGT Teacher क्या होता है?
PGT का फुल फॉर्म Post Graduate Teacher होता है। ये शिक्षक 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को उनके विषय के अनुसार पढ़ाते हैं। PGT शिक्षक बनने के लिए उम्मीदवार को संबंधित विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन और BEd पूरा करना जरूरी होता है।
PGT और TGT में क्या अंतर है?
PGT (Post Graduate Teacher): यह शिक्षक 11वीं और 12वीं के छात्रों को पढ़ाते हैं।
TGT (Trained Graduate Teacher): यह शिक्षक 6वीं से 10वीं तक के छात्रों को पढ़ाने के लिए योग्य होते हैं।
PGT का वेतन और पद – PGT शिक्षकों का वेतन और पद TGT शिक्षकों की तुलना में अधिक होता है।
PGT Teacher बनने के लिए योग्यता (Eligibility)
अगर आप PGT शिक्षक बनना चाहते हैं, तो आपको निम्नलिखित योग्यताओं को पूरा करना होगा:
शैक्षणिक योग्यता: उम्मीदवार को संबंधित विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन (M.A, MSc, M.Com) और B.Ed पूरा करना होगा ,उत्तर प्रदेश में अभी तक पीजीटी परीक्षा के लिए पोस्ट ग्रेजुएट,कर के अवेदन कर सकते हैं।
न्यूनतम अंक: कुछ सरकारी भर्तियों में 50-55% अंक अनिवार्य हो सकते हैं। up pgt में केवल pg अनिवार्य है।
आयु सीमा: सरकारी स्कूलों में PGT पद के लिए 21 से 40 वर्ष की उम्र सीमा रखी जाती है (राज्यों के अनुसार भिन्न हो सकती है)।
पात्रता परीक्षा:
केंद्र सरकार के स्कूलों (KVS, NVS) में PGT बनने के लिए CTET (Central Teacher Eligibility Test) पास करना जरूरी हो सकता है।
राज्य सरकार के स्कूलों में STET (State Teacher Eligibility Test) पास करना अनिवार्य हो सकता है।
PGT Teacher बनने की प्रक्रिया :
अगर आप PGT शिक्षक बनना चाहते हैं, तो आपको कुछ महत्वपूर्ण चरणों का पालन करना होगा:
1. पोस्ट ग्रेजुएशन करें
सबसे पहले आपको अपने विषय में M.A, M.Sc, या M.Com जैसी पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री पूरी करनी होगी।
2. B.Ed करें
PGT शिक्षक बनने के लिए B.Ed (Bachelor of Education) कोर्स करना अनिवार्य है।
3. CTET या STET परीक्षा पास करें
अगर आप केंद्रीय विद्यालयों (KVS, NVS) में शिक्षक बनना चाहते हैं, तो CTET (Central Teacher Eligibility Test) पास करना जरूरी हो सकता है। राज्य स्तरीय सरकारी स्कूलों में भर्ती के लिए STET (State Teacher Eligibility Test) अनिवार्य हो सकता है।
4. PGT भर्ती परीक्षा में आवेदन करें
हर साल विभिन्न राज्यों और केंद्र सरकार द्वारा PGT शिक्षकों की भर्ती परीक्षाएँ आयोजित की जाती हैं।
5. लिखित परीक्षा और इंटरव्यू पास करें
PGT भर्ती परीक्षा में आमतौर पर लिखित परीक्षा + इंटरव्यू + डेमो क्लास का मूल्यांकन किया जाता है।
6. फाइनल मेरिट लिस्ट और जॉइनिंग
परीक्षा और इंटरव्यू में सफल होने के बाद मेरिट लिस्ट जारी की जाती है। चयनित उम्मीदवारों को स्कूल में नियुक्ति दी जाती है।
PGT Teacher भर्ती परीक्षाएँ (Government PGT Exams )
भारत में PGT शिक्षक बनने के लिए कई सरकारी परीक्षाएँ आयोजित की जाती हैं। कुछ प्रमुख परीक्षाएँ इस प्रकार हैं:
KVS PGT (केंद्रीय विद्यालय संगठन) – केंद्रीय विद्यालयों में PGT भर्ती के लिए परीक्षा होती है।
NVS PGT (नवोदय विद्यालय समिति) – नवोदय विद्यालयों में PGT पदों के लिए आवेदन किया जा सकता है।
DSSSB PGT (दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड) – दिल्ली सरकार के स्कूलों में PGT भर्ती के लिए DSSSB परीक्षा आयोजित होती है।
UP PGT (उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड) – उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में PGT पदों के लिए आवेदन किया जा सकता है।
इन परीक्षाओं में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों को योग्यता, परीक्षा पैटर्न और सिलेबस के बारे में पहले से जानकारी लेनी चाहिए।
PGT Teacher की सैलरी और भत्ते (Salary & Benefits)
सरकारी स्कूलों में PGT शिक्षकों को 7वें वेतन आयोग के अनुसार वेतन दिया जाता है।
प्रारंभिक वेतन: ₹47,600 से ₹1,51,100 तक हो सकता है।
अन्य भत्ते: HRA (मकान किराया भत्ता), DA (महंगाई भत्ता), मेडिकल सुविधाएँ और पेंशन जैसी सुविधाएँ मिलती हैं।
निजी स्कूलों में वेतन: प्राइवेट स्कूलों में PGT शिक्षकों को ₹25,000 से ₹80,000 तक वेतन मिल सकता है।
PGT Teacher बनने के फायदे (Benefits of Being a PGT Teacher)
PGT शिक्षक बनने के कई लाभ होते हैं:
✔ सरकारी नौकरी की स्थिरता – सरकारी स्कूलों में PGT शिक्षकों की नौकरी सुरक्षित होती है।
✔ उच्च वेतन और भत्ते – सरकारी नौकरी में आकर्षक वेतन और अन्य सुविधाएँ मिलती हैं।
✔ सम्मानजनक करियर – शिक्षण क्षेत्र को हमेशा से ही एक प्रतिष्ठित करियर माना जाता है।
✔ प्रमोशन के अवसर – अनुभव के आधार पर प्रधानाध्यापक या व्याख्याता बनने का मौका मिलता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
अगर आप PGT Teacher बनना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको पोस्ट ग्रेजुएशन और B.Ed पूरी करनी होगी। इसके बाद CTET / STET जैसी पात्रता परीक्षाएँ पास करनी होंगी। सरकारी स्कूलों में PGT बनने के लिए आपको KVS, NVS, DSSSB, UP PGT जैसी भर्ती परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करनी होगी।
PGT शिक्षकों को न केवल अच्छी सैलरी और स्थिर करियर मिलता है, बल्कि सम्मानजनक स्थान भी प्राप्त होता है। अगर आप शिक्षण में रुचि रखते हैं, तो अभी से तैयारी शुरू करें!
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. PGT बनने के लिए कौन-सी डिग्री जरूरी है?
PGT बनने के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन (M.A, M.Sc, M.Com) और B.Ed अनिवार्य है।
Q2. PGT की सैलरी कितनी होती है?
सरकारी स्कूलों में PGT की सैलरी ₹47,600 से ₹1,51,100 तक होती है।
Q3. PGT और TGT में क्या अंतर है?
PGT शिक्षक 11वीं-12वीं को पढ़ाते हैं, जबकि TGT शिक्षक 6वीं-10वीं तक के छात्रों को पढ़ाते हैं।
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