UPTET 2025: हिंदी साहित्य के महत्वपूर्ण कहानीकार और कवि ,उनकी रचनाएँ और परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्न
UPTET 2025: हिंदी साहित्य के महत्वपूर्ण कहानीकार और कवि, उनकी रचनाएँ और परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्न
UPTET (उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा) 2025 में हिंदी साहित्य से जुड़े प्रश्नों का महत्वपूर्ण स्थान होता है। खासतौर पर कहानीकारों और कवियों की प्रमुख रचनाएँ परीक्षा में पूछी जाती हैं। यदि आप UPTET 2025 की तैयारी कर रहे हैं, तो यह ब्लॉग आपकी सफलता में मदद करेगा।
UPTET 2025 में पूछे जाने वाले प्रमुख हिंदी कहानीकार और उनकी रचनाएँ
UPTET परीक्षा के गद्य भाग में हिंदी साहित्य के कुछ प्रसिद्ध कहानीकारों की रचनाएँ शामिल की जाती हैं। मुंशी प्रेमचंद, फणीश्वरनाथ रेणु, महादेवी वर्मा और हरिशंकर परसाई जैसे महान लेखकों की कहानियाँ अक्सर परीक्षा में पूछी जाती हैं।
मुंशी प्रेमचंद हिंदी के सबसे लोकप्रिय कथाकारों में से एक हैं। उनकी कहानियाँ समाज की सच्चाई को दर्शाती हैं। "ईदगाह", "कफन", "पूस की रात", "पंच परमेश्वर" जैसी कहानियाँ UPTET में बार-बार पूछी जाती हैं।
फणीश्वरनाथ रेणु की प्रसिद्ध रचनाओं में "पंचलाइट", "तीसरी कसम" शामिल हैं, जो ग्रामीण समाज की सच्ची तस्वीर पेश करती हैं।
महादेवी वर्मा केवल कवियित्री ही नहीं, बल्कि हिंदी की बेहतरीन गद्य लेखिकाओं में भी गिनी जाती हैं। उनकी कहानियाँ "गिल्लू", "नीलकंठ", "गोधूलि" UPTET परीक्षा में महत्वपूर्ण होती हैं।
हरिशंकर परसाई की व्यंग्य रचनाएँ परीक्षा में अक्सर पूछी जाती हैं। उनकी लोकप्रिय कहानियाँ "भोलाराम का जीव" और "रानी नागफनी की कहानी" UPTET के लिए महत्वपूर्ण हैं।
इसके अलावा, भीष्म साहनी की "चीफ की दावत", रामवृक्ष बेनीपुरी की "गंगा स्नान" और यशपाल की "पिंजड़े की उड़ान" भी परीक्षा में आ सकती हैं।
UPTET 2025 में पूछे जाने वाले प्रमुख कवि और उनकी रचनाएँ
हिंदी काव्य भाग से जुड़े प्रश्न UPTET परीक्षा में महत्वपूर्ण होते हैं। परीक्षा में खासतौर पर भक्ति काल, रीतिकाल और आधुनिक हिंदी कविता से जुड़े सवाल आते हैं।
तुलसीदास की रचनाएँ परीक्षा में अक्सर पूछी जाती हैं, खासकर "रामचरितमानस" और "विनय पत्रिका"।
कबीरदास की रचनाओं में "बीजक", "साखी" और "रमैनी" शामिल हैं, जो परीक्षा में महत्वपूर्ण मानी जाती हैं।
सूरदास की प्रसिद्ध रचना "सूरसागर" UPTET में कई बार पूछी गई है।
मीरा बाई की "पदावली" और उनके भक्ति गीत परीक्षा में महत्वपूर्ण होते हैं।
जयशंकर प्रसाद की "कामायनी", सुमित्रानंदन पंत की "चिदंबरा", महादेवी वर्मा की "नीरजा", मैथिलीशरण गुप्त की "भारत भारती" और रामधारी सिंह दिनकर की "रश्मिरथी" जैसी काव्य रचनाएँ भी परीक्षा में पूछी जाती हैं।
UPTET 2025के लिए हिंदी साहित्य की तैयारी कैसे करें?
NCERT और UP Board की हिंदी किताबें पढ़ें, क्योंकि परीक्षा में अधिकतर प्रश्न इन्हीं से आते हैं।
महत्वपूर्ण कहानीकारों और कवियों की रचनाओं का सारांश तैयार करें, ताकि कम समय में पूरी जानकारी प्राप्त हो सके।
पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें और परीक्षा पैटर्न को समझें।
हिंदी साहित्य से जुड़े Mock Tests और Online Quizzes दें, जिससे तैयारी और बेहतर हो सके।
कहानी, निबंध और कविता के महत्वपूर्ण अंशों को रटने के बजाय समझने की कोशिश करें, ताकि परीक्षा में आसानी से उत्तर दिया जा सके।
UPTET 2025 में हिंदी साहित्य का महत्व
UPTET 2025 परीक्षा में हिंदी साहित्य एक महत्वपूर्ण विषय है, जिसमें मुंशी प्रेमचंद, महादेवी वर्मा, कबीर, तुलसीदास, दिनकर और जयशंकर प्रसाद जैसे लेखकों की रचनाएँ शामिल होती हैं। यदि आप UPTET में सफलता पाना चाहते हैं, तो इन रचनाओं को अच्छे से पढ़ें और नियमित अभ्यास करें।
अगर आपको UPTET 2025 हिंदी साहित्य से जुड़ी अधिक जानकारी चाहिए, तो कमेंट करें और अपने सवाल पूछें!
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